पुरानी यादें जब किसी दिन युहीं दरवाजा खटखटाती हैं..
न जाने क्या जादू है इनमें, बैठे बैठे कहीं और ले जाती हैं..
किसी पुराने यार, मंज़र या इश्क़ के पास..
कुछ तो मिल जाता है जो बहुत हो ख़ास..
तो बस फिर क्या सोचना है.. ऐसे ही यादें बनाते जाइये..
जी खोल कर आज इस पल को जीते जाइये..
क्या पता, कल दरवाजे पर फिर कोई दस्तक हो|
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